आज हम बात करेंगे What is Mutual Fund in Hindi I आजकल हम लोग टीवी और मोबाइल में बहुत सारे Advertisement Mutual Fund के बारे में देखते रहते हैं लेकिन फिर भी हमें विश्वास नहीं होता है और हमारे मन में यह doubt जरूर रहता है कि क्या पता नुकसान हो गया तो, क्या पता यह Ad. सही है भी या गलत !
इस तरह के बहुत से प्रश्न मन में आते रहते हैं तो इस तरह के प्रश्न मन में आने का मुख्य कारण यह है कि हमें Mutual Fund के बारे में कुछ पता ही नहीं होता है तो टेंशन लेने की कोई बात नहीं है क्योंकि paisachaltahai.com में आपको What is Mutual Fund in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी ।
जैसे:-
1. Mutual Fund क्या होता है ?
2. Mutual Fund कितने प्रकार के होते हैं ?
3. Mutual Fund में कैसे निवेश करें ?
4. Mutual Fund में निवेश करने के फायदे और नुकसान इत्यादि और भी बहुत सी चीजें की जानकारी दी जाएगी।
Mutual Fund क्या है ?
What is Mutual Fund in Hindi जिसको हिंदी में पारस्परिक निधि कहा जाता है लेकिन इसका अंग्रेजी नाम ही बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है । Mutual Fund एक सामूहिक संस्था है जिसमें बहुत से अनुभवी और expert होते हैं जिसका मैनेज AMC यानि कि Asset Management Company ऑपरेट करती है ।
Mutual Fund बहुत सारे रिटेल निवेशकों के पैसे से बना एक Fund होता है जिसे एक Fund Manager नियंत्रित करता है । निवेश करने वाले लोगों का पैसा कहां कहां और कैसे निवेश करना है यह सब Fund Manager के अधीन होता है
वह फंड के पैसे को थोड़ा-थोड़ा करके शेयर बाजार, गोल्ड , बॉन्ड और शॉर्ट टर्म डेट (debt) जैसी सिक्योरिटीज में निवेश करती है । निवेशित धन से जो भी फायदा होता है उसे Fund Manager उन रिटेल निवेशकों के बीच सबके निवेश हिस्से के बराबर बांट देता है ।
AMC क्या होती है?
Fund Manager कौन होता है ?
यदि आप शेयर मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं और आप इन्वेस्ट करना भी चाहते हैं तो Mutual Fund आपके लिए सबसे बेस्ट तरीका है इसमें इन्वेस्ट करके मुनाफा कमाने का । तो समझते हैं AMC और Fund Manager कौन होता है ?
AMC क्या होता है ?
AMC का full फॉर्म Asset Management Company होती है । AMC कंपनी वह होती है जो रिटेल निवेशकों से पैसा इकट्ठा करके उसे अलग-अलग Asset जैसे शेयर बाजार , गोल्ड , बॉन्ड और शॉर्ट टर्म डेट (debt) इत्यादि में निवेश करती है और रिटेल निवेशकों को ज्यादा रिटर्न देती है ।
Fund Manager कौन होता है ?
फंड मैनेजर एक financial expert होता है जो asset management company के द्वारा नियुक्त किया गया होता है । जिस पर mutual fund द्वारा इकट्ठा किए गए पैसे को सही asset में निवेश करने की जिम्मेदारी होती है साथ ही फंड मैनेजर निवेश करने से पहले बाजार और अर्थव्यवस्था के बारे में बहुत गहरा अध्ययन करता है । फंड मैनेजर के पास ही लोगों के पैसों की सिक्योरिटीज की जिम्मेदारी होती है ।
Mutual Fund में SEBI की क्या भूमिका होती है ?
सेबी के अंतर्गत सभी म्युचुअल फंड पंजीकृत होते हैं जो कि भारत के बाजार को नियंत्रित करता है । सेबी द्वारा सभी निवेशकों को सुनिश्चित किया जाता है कि कोई कंपनी या ब्रोकर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी तो नहीं कर रही है, साथ ही निवेशकों का पैसा बाजार में सुरक्षित है या नहीं ।
उसकी जिम्मेदारी सेबी के पास में होती है । अतः म्युचुअल फंड में निवेश करने से पहले आप यह जरूर जांच लें कि वह मुचल फंड सेबी से पंजीकृत है या नहीं। यदि वह सेबी से पंजीकृत नहीं है तो कृपया आप वैसे म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से बचें और हो सकता है तो आप वैसे धोखाधड़ी से दूर रहें ।
म्यूचुअल फंड के प्रकार Types of Mutual Fund
Mutual Fund कई प्रकार के होते हैं लेकिन हम कुछ मुख्य प्रकार के म्यूचुअल फंड को इस पोस्ट में समझेंगे जैसे:-
1. Basis of Asset Class
Asset Class के अनुसार mutual fund बहुत तरह के होते हैं जैसे:-
1.1 Equity Mutual Fund
इक्विटी म्युचुअल फंड में खास इक्विटी में ही निवेश किया जाता है इस म्यूचुअल फंड का सारा पैसा शेयर बाजार में निवेश किया जाता है यह म्यूचुअल फंड भी कई प्रकार का होता है जैसे:-
Large Cap Mutual Fund :- लार्ज कैप म्युचुअल फंड शेयर मार्केट के खास उन कंपनियों में निवेश करती है जिस कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Cap) के हिसाब से मार्केट में टॉप 100 कंपनी के अंदर रैंक होती है और इस फंड में निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80 परसेंट टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है क्योंकि इनके शेयरों में बहुत कम उतार-चढ़ाव होता है और इसमें नुकसान होने का बहुत कम संभावना होता है ।
Mid Cap Mutual Fund :- मिड कैप म्युचुअल फंड ऐसे म्युचुअल फंड को कहते हैं जो बाजार में बाजार पूंजीकरण ( Market Cap ) के हिसाब से 101 से 250 रैंक के बीच वाले कंपनियों में निवेश करती है मिडकैप कंपनी में नुकसान और लाभ होने का प्रतिशत बराबर होता है ।
Small Cap Mutual Fund :- स्मॉल कैप म्युचुअल फंड उन कंपनियों में निवेश करती है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 5000 करोड़ से कम होती है स्मॉल कैप म्युचुअल फंड में हाई रिस्क होता है इसमें नुकसान होने का ज्यादा संभावना होता है ।
1.2 Debt Mutual Fund
वैसे म्युचुअल फंड जो डेट इंस्ट्रूमेंट जैसे कि Denture, Bond और Certificate of Deposit इत्यादि में निवेश करते हैं उस फंड को डेट इंस्ट्रूमेंट फंड कहते हैं । डेट फंड खास उन निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित निवेश साधन माना जाता है जो बिना किसी रिस्क के अपने निवेश किए गए धन पर अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं । डेट इंस्ट्रूमेंट फंड भी चार प्रकार के होते हैं
जैसे :-
Liquid Scheme
Gilt Scheme
Junk Bond Scheme
Fixed Maturity Plan
1.3 Hybrid Mutual Fund
हाइब्रिड म्युचुअल फंड एक से अधिक ऐसेट क्लास में निवेश करती है जिसमें इक्विटी और डेट एसेट (asset) के अलावा सोने में भी पैसा लगाती है यानी कि एक ही प्रोडक्ट में इक्विटी डेट और सोने में पैसा निवेश करने का मौका मिलता है I
1.4 Liquid Mutual Fund
लिक्विड म्युचुअल फंड डेट म्युचुअल फंड होते हैं यह ग्राहक का पैसा ट्रेजरी बिल्स कॉल मनी और गवर्नमेंट सिक्योरिटी जैसे बहुत शॉर्ट टर्म वाले मार्केट में निवेश करते हैं यह फंड्स 91 दिनों में मेच्योरिटी पीरियड वाले इंस्ट्रुमेंट में निवेश कर सकते हैं ।
1.5 Thematic Mutual Fund
वैसी म्युचुअल फंड जो किसी विशेष सेक्टर में निवेश करने को जोखिम में लेते हैं I
2. Basis Of Structure
स्ट्रक्चर के आधार पर दो प्रकार के मुचल फंड होते हैं I
2.1 Open Ended Fund
अधिकतर म्युचुअल फंड प्रोग्राम ओपन एंडेड फंड ही होते हैं इस फंड में यूनिट्स को कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है ओपन एंडेड फंड में आप अपने होल्डिंग की समस्त यूनिट को एक साथ बेच सकते हैं ।
2.2 Close Ended Fund
क्लोज एंडेड फंड में यूनिट्स को कभी भी खरीदा या बेचा नहीं जा सकता है यह बहुत कम वेरिएबल फंड होता है । आप इस फंड में तभी निवेश कर सकते हैं जब तक वह अपना NFO ( New Fund Offer ) जारी न करें ।
3. Basis Of Fund Manage
इस फंड के भी दो प्रकार होते हैं What is Mutual Fund in Hindi
3.1 Passively Manage Fund
इस फंड में कंपनी किसी इंडेक्स में निवेश कर देती है क्योंकि इस फंड का प्रबंधन फंड मैनेजर के द्वारा नहीं किया जाता है । इस फंड में आपके पैसे का लाभ इंडेक्स के ग्रोथ पर निर्भर करता है । जैसे:- बैंक निफ़्टी , सेंसेक्स ,निफ़्टी फिफ्टी ।
3.2 Actively Manage Fund
इस फंड में फंड मैनेजर के द्वारा सक्रिय रूप से निवेशित धन का प्रबंधन किया जाता है । इस फंड में फंड मैनेजर ज्यादा रिटर्ंस के लिए अलग अलग शेयर में इन्वेस्ट करते रहते हैं इसमें फंड मैनेजर ज्यादा देर तक काम करते हैं और निवेशकों के जायदा रिटर्ंस के लिए ज्यादा ध्यान देते हैं
What is Mutual Fund Expenses Ratio
Expenses Ratio को हिंदी में व्यय अनुपात कहा जाता है जैसा कि आप जानते हैं कि एक म्यूचुअल फंड अनेक निवेशकों के जमा धन से मिलकर बना होता है जमा धनराशि को कहां कहां और कितना निवेश करना है यह सब म्यूचुअल फंड मैनेजर के हाथ में होता है । यह म्यूचुअल फंड या AMC यानी कि ( Asset Management Company ) के द्वारा नियुक्त किया गया होता है ।
इस फंड मैनेजर और म्यूचुअल फंड कंपनी के प्रबंधन में बहुत खर्च भी होता है और यह खर्च निवेशक से शुल्क के रूप में लिया जाता है । जिसे Expenses Ratio कहते हैं । आसान भाषा में म्यूचुअल फंड अपनी सेवा निवेशक को देने के बदले अपने निवेशक से कुछ शुल्क चार्ज करती है जिसे Expenses Ratio कहते हैं ।